दुर्गेश चंद्राकर
मस्तुरी – प्रधानमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट प्रधानमंत्री आवास योजना पूरे देश भर में चलाये जा रहे है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य गरीबो को पक्का आवास देना है। इसको लेकर कर अधिकारी, कर्मचारी सभी सजगता के साथ काम कर रहे है। लेकिन छोटे कर्मचारी प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट को लेकर इंटरेस्ट नही दिखा पा रहे है।
ऐसा ही मामला बिलासपुर जिले के मस्तुरी जनपद पंचायत के आवास शाखा से सामने आया है। जहाँ आवास के अधिकारि आवास सम्बंधित कार्यो को लेकर सुस्त दिख रहे है। बीना छान बिन के किसी के आवास की राशि को किसी अन्य को दे दिया जा रहा है। हितग्राहियों को 3 क़िस्त मिलता है लेकिन अधिकारी सेटिंग से 4 – 4 क़िस्त डाल रहे है।

बिना सीईओ के नियुक्ति के ऑपरेटर कर रहे काम..
आवास ब्लॉक समन्वयक चेतना यादव की मनमानी चरम सीमा पर है। नियम कायदे कानून को दरकीनार कर बिल्हा के ऑपरेटर को आवास शाखा में बैठा कर काम कराया जा रहा है। ताकि अपने मनमर्जी तरीके से काम हो सके। ऑपरेटर की नियुक्ति अब जनपद में चर्चा का विषय बना हुआ है। हालांकि कई नेता इस मामले को लेकर जनपद में चर्चा करने की बात कही जा रही है।
हितग्राहियों से दुर्व्यवहार..रोजाना आवास शाखा में नोक झोंक..
आवास सम्बंधित कार्यो को लेकर आवास शाखा में पहुँच रहे हितग्राहियों से अधिकारी दुर्व्यवहार कर कार्यालय से भगा देते है। लिहाजा रोजाना हितग्राही और कर्मचारियों के बीच नोक झोंक होता है। मानो ऐसा लगता है कि आवास शाखा अब अखाड़ा शाखा हो गया है। हितग्राहियों को सही और पूरी जानकारी नही मिलता है। जिससे नाराज होकर हितग्राही बिना काम हुए लौट जाते है।