Surajpur News: पिलखा पहाड़ी के ऊपरी हिस्से से बम जैसी दिखने वाली तीन वस्तुएं बरामद होने के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. बरामद कथित बम पर लिखा है ’51 एमएम बम 2012′. बम जैसी दिखने वाली चीज को ग्रामीणों ने जंगली मशरूम खुखड़ी बिनाई के दौरान बरामद किया।
Bomb Like Objects Recovered: छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले के पिलखा हाड़ी एरिया में बम जैसी दिखने वाली तीन चीजें मिलने से हड़कंप मच गया. बम जैसी दिखने वाली चीज ग्रामीणों ने जंगली मशरूम खुखड़ी बीनने के दौरान देखा और उन्होंने स्थानीय पुलिस को मामले की सूचना दी. फिलहाल, स्थानीय पुलिस बरामद हुए कथित बम की जांच कर रही है.
पिलखा पहाड़ी के ऊपरी हिस्से से बम जैसी दिखने वाली तीन वस्तुएं बरामद होने के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. बरामद कथित बम पर लिखा है ’51 एमएम बम 2012′. बम जैसी दिखने वाली चीज को ग्रामीणों ने जंगली मशरूम खुखड़ी बिनाई के दौरान बरामद किया।
बरामद कथित तीन बम पर लिखा हुआ है ’51 एमएम बम 2012′
रिपोर्ट के मुताबिक सूरजपुर जिले के पहाड़ के ऊपरी हिस्से में बरामद हुए बम जैसी दिखने वाली कथित तीन बम पर 51 एमएम बम 2012 लिखा हुआ है. बरामद चीज को सेंड फील्ड बम बताया जा रहा है. बताया जाता है कि बरामद कथित बम के जरिए सीआरपीएफ के जवानों को ट्रेनिंग दिया जाता है.
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सेंड फील्ड बम बताई जा रही कथित बम से इलाके में मचा हड़कंप
मामला जयनगर थाना क्षेत्र के पिलखा पहाड़ का है. पहाड़ी क्षेत्र से बरामद बम जैसी दिखने वाली कथित तीन बम को लेकर स्थानीय पुलिस जांच में जुटी है. सेंड फील्ड बम बताई जा रही कथित बम की सूचना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया. मौके पर पहुंची पुलिस ने बरामद किए गए बम को लेकर तफ्तीश कर रही है.
पिलखा पहाड़ी के ऊपरी भागों से सेंड फील्ड बम की बरामदगी के बाद पुलिस ने ग्रामीणों से अपील की है कि अगर उन्हें जंगल या पहाड़ पर कोई संदिग्ध वस्तु दिखे, तो वे उसे हाथ न लगाएं और तुरंत नजदीकी थाना या पुलिस को सूचना दें वरना खतरा हो सकता है।
पुलिस व सुरक्षा बलों की शुरुआती जांच के अनुसार ये संदिग्ध वस्तुएं असली बम नहीं थीं, बल्कि इन्हें सेंड फील्ड बम बताया जा रहा है.सेंड फील्ड बम ऐसे नकली बम होते हैं, जिनमें बारूद की जगह रेत भरी जाती है. CRPF या अन्य सुरक्षा बलों की ट्रेनिंग के दौरान इसका इस्तेमाल किया जाता है, ताकि जवान बिना खतरे के असली जैसी स्थिति में अभ्यास कर सकें.
मॉक ड्रिल के दौरान छूटे होंगे बम
जानकारी के अनुसार पिलखा पहाड़ पर अक्सर पुलिस और CRPF के जवानों द्वारा मॉक ड्रिल और फायरिंग अभ्यास (चांदमारी) की जाती है. ऐसी संभावना जताई जा रही है कि पिलखा पहाड़ी पर सीआरपीएफ जवानों की ट्रेनिंग या मॉक ड्रिल के दौरान ही बरामद सेंड फील्ड बम वहां छूट गए होंगे, जिन्हें अब ग्रामीणों ने देखा है.
बरामद संदिग्ध वस्तुओं को बम नहीं, बल्कि इन्हें सेंड फील्ड बम बताया जा रहा है. ऐसे बमों में बारूद की जगह रेत भरी जाती है. CRPF या अन्य सुरक्षा बलों की ट्रेनिंग के दौरान इसका इस्तेमाल किया जाता है, ताकि जवान बिना खतरे के असली जैसी स्थिति में अभ्यास कर सकें.
क्या है आगे की कार्रवाई?
फिलहाल पुलिस ने संदिग्ध वस्तुओं को अपने कब्जे में ले लिया है और पूरे इलाके की सघन तलाशी की जा रही है,, यह भी पता लगाया जा रहा है कि ये बम जैसी वस्तुएं किसकी लापरवाही से वहां छूटीं, चुकी सूरजपुर में CRPF नहीं है तो यह कौन लेकर आया, कब ट्रेनिंग हुई और क्या इन्हें सही तरीके से निष्क्रिय किया गया था या नहीं,,