जिला पंचायत सदस्य का राजनीतिक जौहर बिखेरता मास्टर स्ट्रोक,दो अधिकारियों को हटाने की मांग…

कोरिया :- छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा मनाई जा रही सुशासन तिहार में लोग बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रहे है। और अपनी मांग व शिकायतों के समाधान की आस में आवेदन कर रहे है। इस बीच कोरिया जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 7 से नव निर्वाचित सदस्य व कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष सोनहत सुरेश सिंह ने भी स्थानीय दो अधिकारियों की शिकायत संबंधित आवेदन कर हटाने की मांग कर डाली । इस कार्य शैली ने कई सवालों को खड़ा कर दिया है। जिन अधिकारियों को हटाने की मांग इनके द्वारा की गई है। उनमें पहला नाम डॉ श्रेष्ठ मिश्रा का है । जो वर्तमान में सोनहत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के ब्लॉक मेडिकल अफसर के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे है। दूसरा नाम महेश कुमार टुंडे जो पार्क परिक्षेत्र सोनहत के प्रभारी रेंजर के पद पर सेवाएं दे रहे है। हटाने की मांग और शिकायत से सवाल इस लिए है। क्योंकि इन अधिकारियों की भाजपा सरकार में पदस्थापना नही हुई है। पूर्वर्ती कांग्रेस शासन काल से ही ये दोनों अधिकारी पदस्त है। लगभग कांग्रेस शासन में एक से डेढ़ साल या अधिक बीएमओ पद पर डॉ श्रेष्ठ मिश्रा तो लगभग तीन साल पार्क परिक्षेत्र के प्रभारी रेंजर महेश कुमार टुंडे ने बिताया है। तब भी समय समय पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनहत की कमियां मीडिया के माध्यम से उजागर होती रही। और पार्क परिक्षेत्र सोनहत में चल रहे निर्माण कार्यो की अनियमितताएं तब भी मीडिया में छाए रहती थी । उस वक्त कांग्रेस की ही सरकार थी। और कुछ महीने या फिर साल भर से ज्यादा का सुरेश सिंह ने कांग्रेस सरकार रहते ही ब्लॉक अध्यक्ष के पद को पाया था । उस वक्त क्या ब्लॉक संगठन अध्यक्ष की उनकी ही सरकार ने नही सुनी । इस लिए अब भाजपा सरकार और प्रशासन से काफी ज्यादा उम्मीद है। और आत्मविश्वास से भरपूर है। कि कार्यवाही निश्चित है। क्या अपनी पार्टी की सरकार पर इन्हें भरोसा नही था । या फिर राजनीतिक जौहर बिखेरने फोटो खिंचा डाली । लोग कांग्रेस शासन काल मे भी इन दो अधिकारियों से कही न कही परेशान थे । सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हो रही असुविधा उस वक्त भी व्याप्त थी । निर्माण कार्यो में भी सबकुछ मीडिया में निकल कर आता रहा पर सरकार रहते ब्लाक अध्यक्ष का कोई एक्सन रिएक्शन सब कुछ शून्य रहा । सरकार जाते ही। उन अधिकारियो की शिकायत कर रहे जो कांग्रेस शासन काल से ही सेवाएं दे रहे है । क्या भाजपा शासन के लगभग डेढ़ साल में ही ये अधिकारी निष्क्रिय हो गए । बहुत गड़बड़ है। दया
सुशासन तिहार है। सभी को सामान्य अधिकार है सरकार के सामने अपनी मांग और शिकायत रखने का देर से ही सही पर आपने मांग तो की