कोरिया ब्रेक :- पंचायत सचिवों का धरना प्रदर्शन हुआ उग्र, कलेक्टर कार्यालय के लिए निकले संघीय भीड़ को आधे रास्ते मे प्रशासन ने रोका…

कोरिया :- प्रदेश आव्हान में पिछले करीब 20 दिनों से धरने पर बैठे पंचायत विभाग के सचिवो का आंदोलन अब धीरे धीरे उग्र होता जा रहा है। संघ के पदाधिकारियों की माने तो प्रदेश की भाजपा सरकार ने अभी तक धरने के सम्बंध में कोई भी सुध नही ली है। जिसके कारण अब संघ नेतृत्व में धरने स्थल से उठ कर आंदोलन को उग्र रूप की दिशा में ले जाने के लिए सरकार को ट्रेलर दिखाया जा रहा है। आज बैकुंठपुर प्रेमाबाग धरना स्थल से उठ कर सचिव की भीड़ कलेक्टर कार्यालय की ओर मुख्य मार्ग से होते हुए आगे बढ़ी जिसे जिला प्रशासन और पुलिस बल द्वारा संजयनगर के पास ही रोक लिया गया। प्रशासन की ओर से अपर कलेक्टर ने बीच सड़क पर मांग संबंधी आवेदन को प्राप्त किया और समझा बुझा कर सचिवों की भीड़ को वापस लौटाया । इस बीच लगभग 5 मिनट तक मुख्य मार्ग से आवागमन प्रभावित रहा । इसी तरह ही सरकार अगर और लंबा इन्हें आंदोलन की मौन छूट देती है और जल्द मांग पूरी या आपसी चर्चाओं में जल्द हल नही निकला तो आने वाले समय मे सचिवों का उग्र आंदोलन किये जाने की संभावनाएं बढ़ सकती है। संघ ने बताया कि हमारी सिर्फ एक ही मांग है । हमारा शासकीय करण सरकार करें। विधानसभा चुनाव के दौरान घोषणा पत्र मोदी की गारंटी में पंचायत सचिव के शासकीय करण का वादा किया गया था । जो अब तक पूरा नही किया गया है। लगभग छत्तीसगढ़ में डेढ़ साल से ज्यादा का समय भाजपा विष्णु देव साय सरकार ने पूरा कर लिया है। इस बीच गई मोदी की गारंटियों को भी पूरा किया है। पर सचिवों से किये गए वादे आज तक अछूते है। जिसे याद दिलाने धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। अब पंडाल छोड़ अपनी मांग को पूर्ण कराने सचिव सड़क पर भी उतर गए है। देखना होगा सरकार कब तक इस हड़ताल का तोड़ निकाल पाती है। दूसरी ओर पंचायत कार्यालयो के भी कार्य प्रभावित है।