सराईसिंगार पेट्रोल पंप के समीप का मुख्य मार्ग हुई गड्ढे में तब्दील…वाहन चालक परेशान
पिछले 5 वर्षों से मार्ग का निर्माण नहीं कराया गया, गढ्ढों में मिट्टी, मुरूम व जली हुई कोयले की राख पाटकर संबंधित अधिकारी भर रहे अपना जेब..
भारी भरकम कोयला वाहन आवागमन होने से समूचा क्षेत्र हुआ प्रदूषण से प्रभावित..
लोगों में हो रही गंभीर बीमारियां, स्वास्थ्य को लेकर लोग चिंतित, स्वास्थ्य और परिवहन विभाग बने मुख दर्शक..
कोरबा/हरदीबाजार // कोरबा जिले के हरदीबाजार सराईसिंगार पेट्रोल पंप से लेकर अर्जुन ठेला के समीप आम पेड़ अर्थात संबंधित जगह का मुख्य मार्ग पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। हर वर्ष के भांति इस वर्ष भी बारिश होने के कारण बलौदा जाने वाली मुख्य मार्ग पर छोटे-छोटे गड्ढे अब बड़े गढ्ढों में तब्दील हो गया है। सराईसिंगार पेट्रोल पंप टंकी के पास हर वर्ष गड्ढा होने के बाद कोयला खदानों का राख, मिट्टी, बोल्डर, मुरूम डलवा दिया जाता है। बरसात के दिनों में यह कीचड़ का रूप ले लेती है। इस मार्ग पर भारी वाहनों का आवागमन होने से रास्ते पर बड़े-बड़े गड्ढे हो चुके हैं। दुपहिया वाहन और रास्ते पर चलने वाले लोग बहुत परेशान है। हर घड़ी दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है। इस मार्ग में आम लोगों के साथ अनेकों बार दुर्घटना हो चुकी है। मार्ग में बड़े-बड़े नेताओं एवं अधिकारियों का आना-जाना होता है। परंतु जिला प्रशासन और संबंधित क्षेत्र के जिम्मेदार अधिकारी इस मामले को लेकर किसी भी प्रकार की कोई ध्यान आकर्षित नहीं करते हुए मौन और मुख दर्शक बने हुए हैं।शासन – प्रशासन से बार-बार शिकायत करने के बावजूद अधिकारियों के कानों में जूंह तक नहीं रेंग रही या यूं कहें कि मामले की खबर होने के बावजूद अधिकारियों के द्वारा मामले पर नजरे चुराई जा रही है।बता दें कि दीपका–गेवरा कोयला खदान से लगभग 400 से 500 गाड़ियां रोजाना ज्वलनशील कोयला अपनी गाड़ियों में लौट करते हैं। इसी प्रकार यह सभी गाड़ियां बलौदा के मुख्य मार्ग पेट्रोल पंप के पास से होकर रोजाना गुजरती है जिस रास्ते पर यह भारी भरकम वाहन गुजरती है उसे रास्ते में छोटे एवं बड़े गड्ढे मौजूद हैं। कोयला खदानों में कार्यरत कर्मचारियों का 24 घंटे इस मार्ग पर आवाजाही होती है। आपको बता दें कि गर्मियों के मौसम में मार्ग में उड़ने वाले धूल विकराल रूप ले लेती है और समूचे क्षेत्र को प्रदूषण से प्रभावित कर देती है। क्षेत्र में प्रदूषण फैलने से आम लोगों में गंभीर बीमारियां पनप रही है, अत्यधिक वातावरण प्रदूषण होने व मार्ग से उड़ने वाले मिट्टी ,धूल ,डस्ट के कण आम जनों के घरों में घुस रहे हैं।कोरबा जिला प्रशासन की लचर व्यवस्थाओं के कारण आज वर्तमान में कोरबा जिले के सभी सड़कों में लोग हो रहे गंभीर दुर्घटनाओं का शिकार।कहीं न कहीं जिला प्रशासन की लचर व्यवस्थाओं और अपने कार्यों के उत्तरदायित्व का निर्वहन नहीं करते हुए एक प्रकार से आम जनों की ही शोषण की जा रही है। देखने वाली बातें होगी की खबर प्रकाशित करने के बाद जिला प्रशासन इस मार्ग की मरम्मत करवाती है अन्यथा जानने वाली विषय होगी।