लोहे के धारदार हथियार चापट से मारकर हत्या करने का प्रयास कर फरार आरोपी को कोटा एवं रतनपुर पुलिस की संयुक्त टीम के द्वारा घेराबंदी कर किया गया गिरफ्तार…
बिलासपुर// पुलिस को सूचना मिली कि ग्राम मझगांव में निर्मला बाई यादव पति रामनारायण यादव उम्र 55 साल को उसके पति रामनारायण यादव द्वारा पैरा काटने वाले धारदार हथियार लोहे के चापट से सिर व शरीर में कई बार वार किया है। आहता निर्मला बाई यादव खून से लथपथ खेत में बेहोश पड़ी है। सूचना पर तत्काल डायल 112 व कोटा पुलिस टीम को मौके पर भेजा गया।आहता निर्मला बाई यादव को तत्काल डायल 112 व परिजनों के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोटा में ईलाज के लाया गया जहां गंभीर चोट होने से सिम्स अस्पताल रिफर किया गया है,जहाँ ईलाज जारी है। प्रार्थी के रिपोर्ट पर अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना कार्यवाही लिया गया।वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल घटना के संबंध में अवगत कराया गया, प्रभारी पुलिस अधीक्षक बिलासपुर श्री राजेश अग्रवाल द्वारा तत्काल आरोपी को गिरफतार करने निर्देशित किया गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती अर्चना झा के मार्गदर्शन में आरोपी की पतासजी की जा रही थीं। आरोपी राम नारायण यादव घटनाकारित कर मौके से फरार हो गया था। जिसकी पतासाजी हेतु चौकी बेलगहना एंव थाना रतनपुर पुलिस को सूचना दिया गया। आरोपी रामनारायण यादव का गृहग्राम रानीबछाली होने से रानी बछाली रूट के आसपास ग्राम में मुखबिर तैनात किया गया था। मुखबिर की सूचना पर ग्राम रानीबछाली खार में कोटा पुलिस द्वारा रतनपुर पुलिस की सहयोग से आरोपी रामनारायण यादव को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ किया गया। जिन्होंने हत्या की नीयत से सिर व शरीर में चापट से कई बार वारकर हत्या का प्रयास करना स्वीकार किया। आरोपी के कब्जे से लोहे का धारदार हथियार चापट को वजह सबूत में जप्त कर कब्जा पुलिस लिया गया। आरोपी रामनारायण उर्फ बबलू यादव पिता बनउराम यादव उम्र 60 साल साकिन रानीबछली थाना रतनपुर जिला बिलासपुर को घटना के 05 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर विधिवत् कार्यवाही की जा रही है।उक्त संपूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी कोटा श्री अनिल अग्रवाल, थाना प्रभारी रतनपुर रजनीश सिंह, निरीक्षक हरीश तांडेकर थाना कोटा से उ.नि. ओंकारधर दीवान, स.उ.नि.ओंकार बंजारे, प्र.आर.रविंद्र मिश्रा, नीलाकर सेठ, आरक्षक खेंमंत पाल, संजय कश्यप, संजय श्याम, भोप साहू, थाना रतनपुर से प्र.आर. विकास सेंगर, आरक्षक कीर्ति पैकरा, अविनाश शर्मा का सराहनीय योगदान है।