आपसी सहयोग से स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न योजनाओं को ग्रामीण स्तर पर किया जा रहा है संचालित: मनोज महंत
नीलकमल पटेल ब्लॉक रिपोर्टर करतला:- स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं को ग्रामीण स्तर पर सुचारू रूप से संचालित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग लगातार विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से आम लोगों तक पहुंचाने का प्रयास करती है, राष्ट्रीय अंधत्व कार्यक्रम एवं अल्प दृष्टि नियंत्रण कार्यक्रम के तहत मोतियाबिंद ऑपरेशन के लिए डॉ. एस एन केसरी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कोरबा तथा डॉ.रश्मि सिंह ठाकुर के मार्गदर्शन पर करतला विकासखंड से 30 मोतियाबिंद मरीजों को बिते 1 जुलाई को जिला अस्पताल कोरबा ले जाए गए जहां डॉ.सुमित गुप्ता राष्ट्रीय आंधत्व नियंत्रण कार्यक्रम जिला नोडल अधिकारी एवं डॉ.अरूणिका सिसोदिया नेत्र विशेषज्ञ द्वारा मोतियाबिंद सफल ऑपरेशन किया गया।
कोरबा जिला के करतला विकासखंड अंतर्गत आने वाले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खरवानी एवं फरवानी के स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा लगातार क्षेत्र के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कर रहे हैं जिसमें नेत्र सहायक मनोज महंत द्वारा अपने कार्यों को बखूबी निभाते हुए गली-गली मरीजों तक पहुंच कर मोतियाबिंद के संबंध में उपयुक्त जानकारी देते हुए उनको इलाज करने की सलाह दी गई जिसका परिणाम यह रहा कि बीते 1 जुलाई को क्षेत्र से 30 मरीजों में से 27 मरीज का सफल मोतियाबिंद ऑपरेशन हुआ जिससे आज 27 मरीजों को रंग भरी नई जिंदगियां मिली है जिसके लिए वह स्वास्थ्य अधिकारी कर्मचारियों को धन्यवाद दे रहे हैं। नेत्र सहायक मनोज महंत ने बताया इस संबंध में उच्च स्वास्थ्य अधिकारियों से लेकर आरएचओ मितानिन बहनों का भरपूर सहयोग रहा। मोतियाबिंद इलाज के लिए गए मरीजों नहीं बताया की स्वास्थ्य सेवा काफी बेहतर है और आने-जाने से लेकर इलाज तक की सुविधा काफी बेहतर रही है इस संबंध में हमने खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. रश्मि सिंह ठाकुर से जब हमने बात करी तो उन्होंने बताया की यह कार्यक्रम लगातार चलती है और इस संबंध में कई विशेष प्रकार के योजनाओं पर कार्य करते हुए लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं महिया करते हैं जिस पर उन्होंने बताया मरीज को आने जाने के लिए और एक ही क्षेत्र से हो ऐसी कार्यक्रम बनाने के लिए कार्यक्रम अधिकारी भगवत प्रसाद बघेल का विशेष योगदान रहा साथ ही साथी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ. सुनील जायसवाल की मदद से मरीजों के लिए वाहनों की व्यवस्था की गई। मनुष्य के लिए आंखें एक विशेष रूप में मानी जाती है क्योंकि इसी से व्यक्ति अपनी जिंदगी में नए रंगों आयामों को प्राप्त करती है जिंदगी में आंखें अगर ना हो तो कहीं ना कहीं जीवन अंधकार में चला जाता है लेकिन उन गरीब बुजुर्गों ने आज एक नया जीवन उन्हें मिला हुआ है।मोतियाबिंद इलाज के लिए क्षेत्र के 30 मरीजों को जिला अस्पताल कोरबा ले जाया गया जहां डॉक्टर सुमित गुप्ता एवं डॉक्टर अरूणिता सिसोदिया एवं उच्च स्वास्थ्य अधिकारियों कर्मचारी एवं मितानिन बहनों के सहयोग से मोतियाबिंद का यहां कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
मनोज महंत (नेत्र सहायक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खरवानी)